बुधवार, 9 दिसंबर 2015

मिलो किसी से ऐसे कि


              मिलो किसी से ऐसे कि
                 ज़िन्दगी भर की
                पहचान बन जाये,
          पड़े कदम जमीं पर ऐसे कि
                 लोगों के दिल पर
                 निशान बन जाये..
              जीने को तो ज़िन्दगी
            यहां हर कोई जी लेता है,
                      लेकिन.....
             जीयो ज़िन्दगी ऐसे कि
            औरों के लब की मुस्कान
                    बन जाये |
              

शनिवार, 5 दिसंबर 2015

धीरे धीरे उम्र कट जाती हैं!


"धीरे धीरे उम्र कट जाती हैं!
"जीवन यादों की पुस्तक बन जाती है!
"कभी किसी की याद बहुत तड़पाती है!
"और कभी यादों के सहारे जिंदगी
कट जाती है!
"किनारो पे सागर के खजाने नहीं आते!
"फिर जीवन में दोस्त पुराने नहीं आते!
"जी लो इन पलों को हंस के दोस्त!
"फिर लौट के दोस्ती के जमाने नहीं
आते!!!

गुरुवार, 3 दिसंबर 2015

आँखों के परदे भी नम हो गए हैं

आँखों के परदे भी नम हो गए हैं;
बातों के सिलसिले भी कम हो गए हैं;
पता नहीं गलती किसकी है;
वक़्त बुरा है या बुरे हम हो गए हैं।

आहिस्ता चल ऐ जिन्दगी

आहिस्ता चल ऐ जिन्दगी
कुछ कर्ज चुकाने बाकी है
कुछ के दर्द मिटाने बाकी है
कुछ फर्ज निभाने बाकी है।

टहलते हुये

बाग में टहलते हुये एक दिन, जब वो बेनकाब हो गए..
.
जितने पेड़ थे बबूल के सब के सब गुलाब हो गए..

प्यास दिल  में है

प्यास दिल  में है बला की पास पर दरिया नहीं ।
क्या तड़प है कि सुकूँ का एक भी लम्हा नहीं ।
जिस्म छू कर तो कई ज़ज़्बात लौटे हैं मगर
एक भी अहसास मेरी रूह तक पंहुचा नहीं।

छोटे थे हर बात भूल जाया

छोटे थे हर बात भूल जाया करते थे
दुनिया कहती थी याद करना सीखो
अब हर बात याद रहती है
दुनिया कहती है भूलना सिखो ।