सोमवार, 14 दिसंबर 2015

जो मुस्कुरा रहा है

"जो मुस्कुरा रहा है, उसे दर्द ने पाला होगा , चल रहा है, उसके पाँव में छाला होगा ,बिना संघर्ष के इन्सान चमक नही सकता, यारों ,जो जलेगा उसी दिये में तो, उजाला होगा...।"

प्रेम  वो चीज है  जो इंसान को  कभी  मुरझाने  नही  देता और  नफरत  वो  चीज है जो इंसान को  कभी खिलने  नही  देती....

ज़िंदगी ऐसे जियो

ज़िंदगी ऐसे जियो के अपने....
रब को पसंद आ जाओ....
...
.....क्योंकि,,,

दुनिया वालो की पसंद ....
तो पल भर में....
बदल जाती है...!!

छांव

दुसरो की छांव में खड़े रहकर हम अपनी परछाई खो देते है,
अपनी परछाई के लिये हमे खुद ही धूप में खड़ा रहना पड़ता है..

रविवार, 13 दिसंबर 2015

रात भर तारीफ़

रात भर तारीफ़ मैंने की...
तुम्हारी....
चाँद इतना जल गया सुनकर,कि सूरज हो गया..!!

दिल का हाल

दिल का हाल लबजो मे नही कहा जाता।रो कर दिल का दाग नही दोया जाता।जब तारे जागते ह रात भर चाँद से भी नही सोया जाता।

शनिवार, 12 दिसंबर 2015

ऐ जिंदगी तू सच में

ऐ जिंदगी तू सच में
बहुत खूबसूरत है
फिर भी तू दोस्तों के बिना
अच्छी नही लगती

सोचा था न करेंगे किसी से दोस्ती
न करेंगे किसी से वादा
पर क्या करे दोस्त मिला इतना प्यारा की करना पड़ा दोस्ती का वादा
    सुप्रभातम्

बुधवार, 9 दिसंबर 2015

समझौतों की भीड़-भाड़ में सबसे रिश्ता टूट गया

समझौतों की भीड़-भाड़ में सबसे रिश्ता टूट गया
इतने घुटने टेके हमने, आख़िर घुटना टूट गया

देख शिकारी तेरे कारण  एक परिन्दा टूट गया,
पत्थर का तो कुछ नहीं बिगड़ा, लेकिन शीशा टूट गया

घर का बोझ उठाने वाले बचपन की तक़दीर न पूछ
बच्चा घर से काम पे निकला और खिलौना टूट गया

किसको फ़ुर्सत इस दुनिया में ग़म की कहानी पढ़ने की
सूनी कलाई देखके लेकिन, चूड़ी वाला टूट गया

ये मंज़र भी देखे हमने इस दुनिया के मेले में
टूटा-फूटा नाच रहा है, अच्छा ख़ासा टूट गया

पेट की ख़ातिर फ़ुटपाथों पर बेच रहा हूँ तस्वीरें
मैं क्या जानूँ रोज़ा है या मेरा रोज़ा टूट गया