सोमवार, 2 नवंबर 2015

मैंने एक फूल से कहा. ..!

एक चिन्तन :-
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मैंने एक फूल से कहा. ..!
कल तुम मुरझा जाओगे
फिर क्यों मुस्कुराते हो?
व्यर्थ में
यह ताजगी किसलिए लुटाते हो?

फूल चुप रहा -
इतने में एक तितली आई
पल भर आनंद लिया,  उड गई,

एक भौंरा आया
गान सुनाया, सुगंध बटोरी,
और आगे बढ गया,

एक मधुमक्खी आई
पल भर भिनभिनाई
पराग समेटा,
और झूमती गाती चली गई,

खेलते हुए एक बालक ने
स्पर्श सुख लिया, रूप-लावण्य निहारा,
मुस्कुराया और खेलने लग गया|

तब फूल बोला-
|| मित्र ||
क्षण भर को ही सही
मेरे जीवन ने कितनों को सुख दिया

क्या तुमने भी कभी ऐसा किया?

कल की चिन्ता में
आज के आनंद में विराम क्यो करूँ!

माटी ने जो रूप,  रंग, रस, गंध दिए
उसे बदनाम क्यो करूँ!

मैं हँसता हूँ
क्योंकि हँसना मुझे आता है,

मैं खिलता हूँ
क्योंकि खिलना मुझे सुहाता है,

मैं मुरझा गया तो क्या
कल फिर एक नया फूल खिलेगा
न कभी मुस्कान रुकी हैं,
न......ही || सुगंध ||

जीवन तो एक सिलसिला है
इसी तरह चलेगा |

"जो आपको मिला है उस में खुश रहिये और प्रभु का शुक्रिया कीजिए क्योंकि आप जो जीवन जी रहे हैं वो जीवन कई लोगों ने देखा तक नहीं है । "

"खुश रहिये, मुस्कुराते रहिये और अपनों को भी खुश रखिए |"

रविवार, 1 नवंबर 2015

जमींन पे गिरी सिगरेट की राख बोली

Very nice and true lines

जमींन पे गिरी सिगरेट की राख बोली,
आज तेरी वजह से मेरी ये हालत हे,
कल मेरी वजह से तेरी ये हालत होगी..!

माचिस किसी दूसरी चीज
को जलानेसे पहले खुद
को जलाती हैं..!
गुस्सा भी एक माचिस की तरह है..!
यह दुसरो को बरबाद करने से पहले
खुद को बरबाद करता है!!!

आज का कठोर व कङवा सत्य !!
चार रिश्तेदार एक दिशा में
तब ही चलते हैं ,
जब पांचवा कंधे पर हो ।

"कीचड़ में पैर फंस जाये तो नल के पास जाना चाहिए
मगर.........
नल को देखकर कीचड़ में नही जाना चाहिए,
इसी प्रकार..
जिन्दगी में बुरा समय आ जाये तो....
पैसों का उपयोग करना चाहिए मगर........
पैसों को देखकर बुरे रास्ते पर नही जाना चाहिए."

रिश्तों की बगिया में एक रिश्ता नीम के पेड़ जैसा भी रखना;
जो सीख भले ही कड़वी देता हो पर
तकलीफ में मरहम भी बनता है.
';परिवर्तन से डरना और संघर्ष से कतराना,
मनुष्य की सबसे बड़ी कायरता है ।।

जीवन का सबसे बड़ा गुरु वक्त होता है,
क्योंकि जो वक्त सिखाता है वो कोई नहीं सीखा सकता..
बहुत ही सुन्दर वर्णन है 

मस्तक को थोड़ा झुकाकर देखिए....अभिमान मर जाएगा
आँखें को थोड़ा भिगा कर देखिए.....पत्थर दिल पिघल जाएगा
दांतों को आराम देकर देखिए.........स्वास्थ्य सुधर जाएगा
जिव्हा पर विराम लगा कर देखिए.....क्लेश का कारवाँ गुज़र जाएगा
इच्छाओं को थोड़ा घटाकर देखिए......खुशियों का संसार नज़र आएगा

काश जिंदगी भी बदल जाती

पलटते किताब के सफ़होँ को देख के रश्क होता है...,
काश जिंदगी भी बदल जाती इसी रफ़्तार से...!!!

दोस्ती

" दोस्ती  "
सभी  करते  है  मगर ...
कुछ लोग  निभाते है ..
कुछ  लोग आझमाते है

बड़ी मुद्दत से चाहा है तुझे!

बड़ी मुद्दत से चाहा है तुझे!
बड़ी दुआओं से पाया है तुझे!
तुझे भुलाने की सोचूं भी तो कैसे!
किस्मत की लकीरों से चुराया है तुझे

ये सोचकर कि दरख़्तों में छांव होती ह

ये सोचकर कि दरख़्तों में छांव होती है
यहां बबूल के साये में आ के बैठ गए

फिर तेरी याद,

फिर तेरी याद, फिर तेरी तलव, फिर तेरी बातें, 
ऐसे लगता है ऐ दिल , तुझे मेरा सकून रास नही आता..!!!