मंगलवार, 15 दिसंबर 2015

इस कदर हम उनकी मुहब्बत में खो गए!

इस कदर हम उनकी मुहब्बत में खो गए!
कि एक नज़र देखा और बस उन्हीं के हम हो गए!
आँख खुली तो अँधेरा था देखा एक सपना था!
आँख बंद की और उन्हीं सपनो में फिर सो गए!

ख्वाब किसके सजाऊ•••

ख्वाब किसके सजाऊ••••

•••••••••उसने तो ख्वाबों से भी रिश्ता तोड लिया•••••

ऊँचा उठना है तो, अपने अंदर के अहंकार को निकालकर, स्वयं को हल्का कीजिये क्योंकि ऊँचा वही उठता है जो हल्का होता है।

Uski Chahat Ne

Uski Chahat Ne Is Kadar Rula Diya,
Hum Khamosh Rahe Usne Kamzor Bana Diya,

Uski Yaad Me Zuk Gaye Hum Warna,
Hum To Wo The Jisne Zamana Zuka Diya…

मेरे सारे जज्बात

मेरे सारे जज्बात बस शायरी में सिमट के रह गए,
तुझे मालूम ही नही हम तुझसे क्या क्या कह गए

ये नादानी भी,
सच मे बेमिसाल है...

अंधेरा दिल मे है,
और दिये मन्दिरों मे जलाते हैं!

शुम प्रभात जय जिनेन्द्र

समंदर खुमार का,

पलकों में रुक गया है समंदर खुमार का,
कितना अजिब नशा है ये तेरे इंतज़ार का

मौहब्बत मुझे थी उनसे इतनी सनम यादों में दिल तड़पता रहा मौत भी मेरी चाहत को रोक न सकी कब्र में भी दिल धड़कता रहा !!

सबर का फल मीठा

समझ नहीं आता जिंदगी तेरा फैसला,एक तरफ तू कहती है, "सबर का फल मीठा होता है" औरदूसरी तरफ कहती हो कि "वक्त किसी का इंतजार नहीं करता"..

मोहब्बत से मोहब्बत के....

कुछ रिश्तों में रूह की
गाँठ बन्धी होती है

वहीं फेरे होते हैं
मोहब्बत से मोहब्बत के....