मंगलवार, 15 दिसंबर 2015

ख्वाब किसके सजाऊ•••

ख्वाब किसके सजाऊ••••

•••••••••उसने तो ख्वाबों से भी रिश्ता तोड लिया•••••

ऊँचा उठना है तो, अपने अंदर के अहंकार को निकालकर, स्वयं को हल्का कीजिये क्योंकि ऊँचा वही उठता है जो हल्का होता है।

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